लखनऊ। आज देश के कई हिस्सों के साथ लखनऊ में भी "जुनी द लास्ट प्रेयर" फिल्म रिलीज हुई। समाज में बढ़ते दहेज उत्पीड़न को रोकने के लिए बनाए गए कानून का दुरुपयोग होने पर क्या होता है, इसी को कहानी के रूप में फिल्माया गया है।इसमें दिखाया गया है कि जिस तरह गेहूं के साथ घुन भी पिस जाता है।उसी तरह लोग कानून का दुरुपयोग करने का तरीका भी निकाल लेते है।ऐसे ही विषय पर आधारित हैरत अंगेज़ कहानी को समेटे फिल्म "जूनी द लास्ट प्रेयर"आज लखनऊ के पीवीआर यूनाइटेड आलमबाग में रिलीज हुई।
दहेज विरोधी कानून 498 दहेज की कुप्रथा को रोकने के लिए बनाया गया था। इस एक्ट के अंतर्गत 498ए दहेज के लिए उत्पीड़न करने की धारा है। दहेज मांगना और उसके लिए प्रताड़ित करना कानून की नजर में अपराध तो है ही, साथ में समाज भी इसे उचित नहीं मानता है। इसी मुद्दे के आसपास घूमती ज्वलंत फिल्म जूनी द लास्ट प्रेयर का दर्शकों को बड़ी बेसब्री से इंतजार था। जो कि आज लखनऊ के पीवीआर आलमबाग में रिलीज हुई।इस फिल्म के हीरोअनुराग शर्मा का भगवान के ऊपर विश्वास हालात बदलने के साथ डगमगाता रहता है। कहानी में दिखाया गया है कि कभी-कभी इंसान खुद को भगवान का अंश मानते हुए खुद को ही भगवान मानने लगता है। तो कभी खुद को उनका बेटा मान लेता है जिसे दुनिया भर का दुख-दर्द दूर करने के लिए दुनिया में उतारा गया है।
498 ए एक्ट के दुरुपयोग और भगवान हां या ना, के संघर्ष से जूझती कहानी जूनी द लास्ट प्रेयर फिल्म का ट्रेलर तथा गाने चंडीगढ़ में रिलीज हो चुके हैं।
फिल्म से जुड़े सोनू त्यागी ने बताया कि पुराने अदाकार राकेश बेदी, गुल पनाग, पंकज बेरी समेत तमाम सिने जगत के कलाकारों ने फिल्म के लिए तारीफ और शुभकामनाएं भेजी है। उन्होंने कहा कि ट्रेलर रिलीज पार्टी में थिएटर जगत के चर्चित नाम विजय कपूर ने भी फिल्म के टॉपिक की प्रशंसा की है।
वही पंकज विज ,विजय कपूर ने फिल्म के सितारों की अदाकारी के जज्बे की खुले दिल से तारीफ करते हुए सोनू त्यागी से कहा कि जूनी के कलाकार आने वाले दिनों में सिने जगत का बड़ा नाम बनने जा रहे हैं। वहीं एक बुजुर्ग महिला ने काफी भावुक होते हुए दावा किया कि दहेज एक्ट के चलते लोगों को उत्पीड़न का शिकार भी होना पड़ा है। फिल्म के प्रमोशन से जुड़े सोनू त्यागी बताते हैं कि अनुराग शर्मा ने भगवान- कानून और आम इंसान की आस्था की जद्दोजहद को बेहतरीन तरीके से सिने पर्दे पर उतारा है। आम इंसान की 15 से 75 साल की उम्र में आने वाले उतार चढ़ाव और ईश्वर पर यकीन के संघर्ष को फिल्म में उकेरा गया है।
फिल्म का संगीत पॉप्यूलर हो रहा है। जिसमें ‘रब तेरा बंदा’, ‘अकड़ बम-बम’ गाने युवाओं को आकर्षित करेंगे। वहीं ‘तेरे बिन’ और ‘होने लगा मुझे प्यार का असर’ एक लव सांग के रूप में है।जो रूमानी संगीत के साथ-साथ शानदार शायरी को भी समेटे हैं।कहा जा रहा है कि ये युवाओं पर अपनी छाप छोड़ेंगे। लेखक- निर्देशक और अभिनेता अनुराग शर्मा ने बताया कि इस फिल्म से फिल्मी जगत में डेब्यू कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि मार्मिक विषय को हम दर्शकों के सामने फिल्म के रूप में लेकर आए हैं ।मुख्य भूमिकाओं में भी अनुराग शर्मा, मनीषा राठौर, लावनिका शर्मा और सुचिन्त सिधू व जूनी हैं। जूनी की कहानी के राइटर में भी अनुराग शर्मा का नाम है